आयुर्वेद चिकित्सा में हल्दी को रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला सबसे असरकार माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार दूध के साथ हल्दी का सेवन करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। बच्चों और बुजुर्गों को तो अक्सर हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है। बहुत सी ऐसी बीमारियां हैं जिनमें हल्दी वाला दूध रात को पीने से काफी आराम मिलता है। कहा जाता है जो व्यक्ति अनिद्रा का रोगी हो और जिसके माइग्रेन की बीमारी हो उसे हल्दी वाला दूध अवश्य पीना चाहिए।
आइए डालते हैं एक नजर हल्दी वाले दूध के उन फायदों पर—
माइग्रेन व अनिद्रा में मिलता है हल्दी दूध से आराम
अगर आपको माइग्रेन की शिकायत है तो रोज रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में हल्दी डालकर पीने की आदत डाल लें। माइग्रेन की परेशानी में दूध हल्दी पीने से बहुत लाभ मिलता है। इससे अच्छी नींद भी आती है। आपकी नींद पूरी नहीं हो पा रही है। रात को अक्सर आपकी नींद टूट जाती है और फिर देर तक नहीं आती है तो हल्दी वाला दूध पीकर सोना शुरू कर दें। गर्म दूध में हल्दी डालकर पीने से नींद नहीं आने की शिकायत दूर होती है।
गैस की परेशानी से भी मिलती है राहत
गैस और कब्ज की परेशानी में भी हल्दी दूध पीने से आराम मिलता है। दूध नॉर्मल टेम्प्रेचर का होना चाहिए ज्यादा गर्म नहीं। रोज रात को हल्दी वाले दूध में 2-3 दाने चीनी या मिश्री के डालकर सोएं। कुछ ही दिनों में कब्ज और गैस की परेशानी से राहत मिल जाएगी।
बढ़ती है बच्चों की इम्युनिटी
हल्दी को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बहुत गुणकारी माना जाता है। बच्चों को अक्सर ही मौसम बदलने पर सर्दी-खांसी जैसी परेशानी हो जाती है। रात में सोने से पहले बच्चों को हल्दी वाला दूध पिलाएं, इससे बदलते मौसम में भी उनकी इम्युनिटी मजबूत होती है।
चोट पर है असरकारक
बच्चों को खेलने-कूदने में अक्सर चोट लग जाती है या बहुत थक जाने पर पैरों में, शरीर में दर्द होता है। रात को सोते समय बच्चों को हल्दी वाला दूध पीना चाहिए। इससे चोटों से आराम मिलता है। हल्दी में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है और इसका सेवन सबके लिए ही फायदेमंद है।