सीधी। मध्य प्रदेश में जंगल से सटे नेटवर्क विहीन गांवों में हाथियों के उत्पात से बचने के लिए नई तरकीब अपनाई जा रही है। शहनाई बजा कर ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है।
संजय टाइगर रिजर्व से लगे गांवों में रहने वाले पांच हजार से अधिक आदिवासी परिवार यह तरीका अपना रहे हैं। इसकी शुुरुआत पांच गांवों से की गई थी। रात में एक टीम सक्रिय होती है जो हाथियों को गांव की ओर आता देख कर शहनाई बजाती है। दरअसल संजय टाइगर रिजर्व से सटे कई गांव ऐसे हैं जहां मोबाइल टावर नहीं हैं। करीब तीन दिन पहले चार जंगली हाथी छत्तीसगढ़ के जंगल से संजय टाइगर रिजर्व एरिया की पोड़ी रेंज में पहुंचे हैं। अब इनकी संख्या नौ हो गई। इनके साथ में दो बच्चे भी है। इनसे निपटने के लिए क्षेत्रीय आदिवासियों और ग्राम सुधार खैरी, कोटा, लुरघुटी, कुटीर और ददरी में ग्रामीणों ने हाथियों से बचने का यह तरीका अपनाया है।